माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा, चेतना और शक्ति की आध्यात्मिक यात्रा।
पर्वतराज हिमालय की पुत्री, स्थिरता और आत्म-जागरूकता का प्रतीक।
तप, त्याग और वैराग्य की देवी, अनंत ऊर्जा में विचरण करने वाली।
मस्तक पर अर्धचंद्र से सुसज्जित, एकाग्र मन और दिव्यता का प्रतीक।
ब्रह्मांड की सृजनकर्ता, प्राणशक्ति और सृष्टि की अधिष्ठात्री।
भगवान कार्तिकेय की माता, ज्ञान को कर्म में बदलने की शक्ति।
महर्षि कात्यायन की पुत्री, अधर्म का नाश और धर्म की स्थापना।
उग्र और प्रलयंकारी रूप, भय, अज्ञान और अंधकार का नाश।
गौर वर्ण और शांति की देवी, निर्मलता और करुणा का प्रतीक।
सिद्धियाँ और पूर्णता प्रदान करने वाली, मोक्ष की दात्री।
माँ दुर्गा की कृपा से आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आए। शुभ नवरात्रि!
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